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श्री शिवजी की आरती (Shri Shiv ji ki Aarti) कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारं | सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे भंव भवानी सहितं नमामि
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Ahoi ashtami vrat katha in Hindi अहोई अष्टमी का व्रत सन्तान की उन्नति, प्रगति और दीर्घायु के लिए होता है| यह व्रत कार्तिक कृष्ण पक
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